प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' है। उन्होंने कहा कि यह दिन एक भव्य उत्सव का रूप ले चुका है। अपने मासिक मन की बात रेडियो प्रसारण में स्वस्थ विश्व जनसंख्या के लिए भारत के दृष्टिकोण को साझा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम योग के माध्यम से पूरी दुनिया को स्वस्थ बनाना चाहते हैं।

योग दिवस में 100 दिन से भी कम वक्त
प्रधानमंत्री ने कहा कि फिटनेस के साथ-साथ गिनती करना भी एक आदत बनती जा रही है, उन्होंने लोगों के ऐसे उदाहरण दिए, जिसमें वे एक दिन में उठाए गए कदमों, खपत की गई कैलोरी और बर्न की गई कैलोरी की संख्या पर नजर रखते हैं।

उन्होंने कहा, 'इन सब के बीच एक और उल्टी गिनती शुरू होने वाली है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उल्टी गिनती। अब योग दिवस के लिए 100 दिन से भी कम समय बचा है। अगर आपने अभी तक योग को अपने जीवन में शामिल नहीं किया है, तो अभी करें। अभी भी देर नहीं हुई है।'

10 साल पहले हुई थी शुरुआत
10 साल पहले मनाए गए पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'अब यह दिन योग के एक भव्य उत्सव का रूप ले चुका है। यह भारत की ओर से मानवता को दिया गया एक ऐसा अनमोल तोहफा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत उपयोगी होने वाला है।'

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आज हमारे योग और पारंपरिक चिकित्सा के बारे में पूरी दुनिया में जिज्ञासा बढ़ रही है। बड़ी संख्या में युवा योग और आयुर्वेद को स्वास्थ्य के बेहतरीन माध्यम के रूप में अपना रहे हैं।' चिली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण अमेरिकी देश में आयुर्वेद तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। पीएम ने कहा कि पिछले साल ब्राजील की अपनी यात्रा के दौरान मैंने चिली के राष्ट्रपति से मुलाकात की थी। आयुर्वेद की लोकप्रियता के बारे में हमारी काफी चर्चा हुई थी।

दुनिया भर में आयुष प्रणालियों की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और प्रमुख हितधारकों के योगदान को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे सोमोस इंडिया नामक एक टीम के बारे में पता चला है। स्पेनिश में इसका मतलब है- हम भारत हैं। यह टीम लगभग एक दशक से योग और आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है। उनका ध्यान उपचार के साथ-साथ शैक्षिक कार्यक्रमों पर भी है। वे योग और आयुर्वेद से जुड़ी जानकारी का स्पेनिश में अनुवाद भी करवा रहे हैं।'

पारंपरिक ज्ञान पर गर्व करने की अपील
मोदी ने कहा, 'अगर हम पिछले साल की ही बात करें तो उनके असंख्य कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों में लगभग 9,000 लोगों ने भाग लिया था। मैं इस टीम से जुड़े सभी लोगों को उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं।' प्रधानमंत्री ने सभी से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने और समग्र स्वास्थ्य के लिए देश के पारंपरिक ज्ञान पर गर्व करने की भी अपील की।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने योग के अभ्यास के अनेक लाभों के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। इसे पहली बार 2015 में मनाया गया था।