रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े बिजली संयंत्र पर किया कब्ज़ा
कीव । रुसी सैनिकों ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े पावर प्लांट वुहलेहिर्स्क पर कब्ज़ा जमा लिया है। एक वीडियो में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने बताया कि रूस ने एक छोटी सामरिक बढ़त हासिल कर ली है। ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कि रूस अब आक्रामक युद्ध लड़ने की जगह स्ट्रेटेजिक डिफेंस की मुद्रा में आ गया है। रूस महत्वपूर्ण पूर्वी डोनेट्स्क औद्योगिक क्षेत्र में यूक्रेन की आक्रामक क्षमता को कमजोर करने के प्रयास में स्ट्रेटेजिक हमले कर रहा है। उन्होंने कहा कि रूस की यह रणनीति सफल होने पर हम ऐसी स्थिति में पहुंच जाएंगे, जहां से हम अपने क्षेत्रों को रुसी सेना से मुक्त नहीं करा पाएंगे और हमें बातचीत के लिए राजी होना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन आक्रामक रुख अपनाते हुए अपने दक्षिणी शहर खेरसॉन पर फिर से कब्जा करना चाहता है, जिस पर पिछले दिनों रूस ने कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के एक वरिष्ठ सलाहकार एरेस्टोविच के अनुसार रूस अब अपनी रणनीतियों में बदलाव कर रहा है। एरेस्टोविच ने बताया कि रूसी सेना यूक्रेन के तीन दक्षिणी क्षेत्रों में सैनिकों की बड़े पैमाने पर तैनाती कर रही है।
उन्होंने कहा कि रूस भी दक्षिण में मेलिटोपोल और जापोरिज्जिया क्षेत्रों में सेना भेज रहा है। यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी डैनिलोव ने भी पहले ट्वीट कर कहा था कि रूस खेरसॉन की दिशा में अधिकतम सैनिकों की तैनाती कर रहा है। हालांकि उन्होंने सैनिकों की संख्या का कोई विवरण नहीं दिया। यूक्रेनी सेना ने रूस को रोकने के लिए खेरसॉन स्थित निप्रो नदी पर बने एक महत्वपूर्ण पुल को उड़ा दिया था। हालांकि रुसी सेना का कहना है कि वे पोंटून पुलों और नावों की मदद से नदी को पार कर लेंगे।