भारत का दमदार प्रहार, एक साथ दो दुश्मनों को दिया जवाब
पाकिस्तान की जमकर पिटाई करने के बाद भारत आक्रामक होकर खेल रहा है. वो शहबाज और जनरल मुनीर को तो औकात दिखा ही रहा है साथ ही चीन और अमेरिका को भी जवाब दे रहा है. भारत का ये रुख देखकर दुनिया हैरान है. उसके गुस्से को शांत करने की कोशिश की जा रही है. दरअसल, भारत को क्रोध पाकिस्तान ने दिलाया. अमेरिका ने उस गुस्से को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच चीन ने अपनी वही पुरानी आदत दोहरा दी. उसने अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों के नाम बदलने की कोशिश की, जिससे भारत ने खारिज कर दिया.
PAK ने दिलाया गुस्सा
सबसे पहले बात करते हैं पाकिस्तान के हरकत की. शहबाज शरीफ का देश वैसे तो नापाक हरकतें करता रहता है, लेकिन 22 अप्रैल को उसने पहलगाम में जो किया वो किसी भी भारतीय को बर्दाश्त नहीं हुआ. 26 मासूम लोगों की हत्या के बाद देश का खून खौल गया. पाकिस्तान के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए. एक्शन की मांग उठने लगी. सरकार देख रही थी कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है.
घटना के दो हफ्ते होने के बाद भी पाकिस्तान चुप बैठा रहा. आतंकियों को बचाता रहा. भारत में भी बदले का प्लान तैयार हो रहा था. उसे जमीन पर 6-7 मई को उतारा गया. 25 मिनट तक पाकिस्तान और पीओके में जबरदस्त कार्रवाई हुई. 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया. आतंकियों के खिलाफ एक्शन से पाकिस्तान बौखला गया.
मुनीर की सेना जम्मू, राजस्थान, गुजरात और पंजाब में ड्रोन अटैक करना शुरू कर दी. भारत भी शांत बैठने वाला नहीं था. उसने भी ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए. इस बार फिर वो घर में घुसकर पाकिस्तान को मारा. उसके कई एयरबेस को तबाह कर दिया. भारत की कार्रवाई देख पाकिस्तान कांप गया. अमेरिका की शरण में पहुंचा. कहा मुझे बचा लो. अमेरिका ने कहा कि तुम भारत से पहले बात करो.
भारत के सामने झुका
अमेरिका के आदेश को मानते हुए पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO को कॉल किया. शांति की मांग की गई. भारत अपनी शर्तों पर तैयार हो गया. उधर 10 मई यानी शनिवार शाम को अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान किया. इस घोषणा के कुछ देर बाद पाकिस्तान ने बॉर्डर पर फिर नापाक हरकत की. भारत का खून फिर खौल गया. पाकिस्तान को लग गया कि खतरा मोल लिया. ड्रोन अटैक और फायरिंग रोक दी.
अमेरिका को मैसेज
जब ये सब कुछ हो रहा था तब ही ट्रंप सीजफायर का क्रेडिट ले रहे थे. लेकिन भारत ट्रंप को बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा. खुद पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान से अब बात आतंकवाद और पीओके पर होगी. ट्रंप उम्मीद कर रहे थे कि कश्मीर का हल मिलकर बैठकर निकालेंगे, लेकिन पीएम मोदी ने कश्मीर को पाकिस्तान की सिलेबस से ही हटा दिया. उन्होंने मैसेज दे दिया कि कश्मीर को भूल जाओ.
चीन के खिलाफ भी कार्रवाई
10 मई को सीजफायर का ऐलान हुआ था. 13 मई तक भारत सरकार ट्रंप और पाकिस्तान को जवाब देती रही. इसके बाद तारीख आई 14 मई यानी आज. चीन ने अरुणाचल का मामला उठा दिया. उसने वहां के नामों को बदलने का प्रयास किया, जिसे भारत ने खारिज कर दिया. भारत ने कहा कि अरुणाचल हमारा था, है और रहेगा. चीन पर एक्शन लेते हुए उसने उसके मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ब्लॉक कर दिया. ग्लोबल टाइम्स पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया.
पाकिस्तान-चीन के खिलाफ एक्शन और अमेरिका को मैसेज देकर भारत ने बता दिया कि वो अब किसी के सामने झुकने वाला नहीं है. वो किसी पर भी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है. वो पाकिस्तान को घर में घुसकर मारने से भी नहीं बचेगा और चीन-अमेरिका जैसे बाहुबलियों को कड़ी प्रतिक्रिया देने में भी पीछे नहीं हटेगा.