होली पर भी चढ़ा राजनीतिक रंग, इस बार बाहुबली ही नहीं मोदी और योगी की पिचकारियां भी बाजार में आईं
उज्जैन । रंगों का पर्व होली 25 मार्च को उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए बाजार में रंग-बिरंगी पिचकारियों और रंग-गुलाल की दुकानें सज गई हैं। पिचकारियों में बच्चों के लिए अनेक वैरायटियां हैं, वहीं बड़ों के लिए हर्बल रंग और गुलाल दुकानों पर मौजूद हैं। इस बार होली पर भी राजनीतिक रंग चढ़ा नजर आ रहा है। पिचकारियों पर बाहुबली से लेकर मोदी और योगी के फोटो भी नजर आ रहे है। लंबे पाइप वाली पिचकारियां भी इस बार बाजार में बिकने आई हैं। होली से पहले नए और पुराने शहर में रंग और पिचकारी के बाजार सज गए हैं। बाजार में इस बार चायना पिचकारियों की अपेक्षा देसी पिचकारियों की अधिक मांग है। बच्चों के लिए खास तौर पर टैंक गन, डोरेमॉन, पिचकू पिचकारी, छोटा भीम और मोटू-पतलू की अनेक वैरायटियां मौजूद हैं, वहीं लंबे पाइप वाली पिचकारी भी बाजार में बिकने आई है। देवास रोड पर मेरठ से आए व्यवसायी लंबे पाइप वाली पिचकारियां बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसमें दो वैराटियां हैं।
एक 12 फीट लंबे तथा दूसरी 25 फीट लंबे प्लास्टिक पाइप के साथ इसमें एक सिरे पर पिचकारी को जोड़ा गया है, जबकि दूसरे पर नल में लगाने के लिए टैप लगाई गई है। इनकी कीमत क्रमश: 200 और 400 रुपये नग है। फ्रीगंज स्थित शिवहरि भक्ति भंडार के संचालक श्याम गुप्ता ने बताया कि इस बार पिचकारियां 40 से 1200 रुपए प्रति नग तक उपलब्ध हैं। इनमें छोटी पिचकारियों की कीमत 40 रुपये, मोदी और योगी के फोटो प्रिंट वाली पिचकारी 100 रुपये, एम 416 गन पिचकारी 250 रुपये, फन टैंक 500 रुपये, मोना फिश वाटर टैंक पिचकारी 1200 रुपये कीमत की है। पिछले साल के मुकाबले इस बार पिचकारी के दाम लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़े हुए हैं। इसके अलावा बाजारों में हर्बल व सुगंधित गुलाल भी आ गया है, जो नुकसान नहीं पहुंचता है। हर्बल रंग और गुलाल कुछ वर्षों से ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इस बार भी आरारोट का सुगंधित हर्बल गोल्डन व हर्बल सिल्क गुलाल बाजार में उपलब्ध है, जो शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। रुह गुलाबी 5 से 50 हर्बल गुलाल 10 से 100 रुपये तक तथा परंपरागत गुलाल 5 रुपये से लेकर 10, 15 और 20 रुपये बिक्री वाले पैकेट में उपलब्ध है।