जर्मनी के तानाशाह हिटलर की घड़ी 8 करोड़ से ज्यादा में नीलाम
वाशिंगटन । जर्मनी के तानाशाह एडॉल्फ हिटलर की घड़ी अमेरिका के मैरीलैंड के एक ऑक्शन हाउस में एक नीलामी में बेच दिया गया है। इस घड़ी को द्वितीय विश्व युद्ध के अवशेष के रूप में 2 से 4 मिलियन डॉलर के बीच बिकने की उम्मीद थी, लेकिन यह 1.1 मिलियन डॉलर यानी 8 करोड़ रुपए से ज्यादा में ही बिक सकी। इस घड़ी में स्वास्तिक का निशान बना हुआ है और एएच लिखा हुआ है। इसकी नीलामी एलेक्जेंडर हिस्टोरिकल ऑक्शन द्वारा की गई थी। यह घड़ी संभवतः हिटलर को उसके 44वें जन्मदिन पर 20 अप्रैल 1933 को तोहफे में दी गई थी। जानकारी के मुताबिक घड़ी में तीन तारीखें हैं हिटलर की जन्म तिथि, वह तारीख जब वह चांसलर बना और जिस दिन नाजी पार्टी ने मार्च 1933 में चुनाव जीता। नीलामी घर के अनुसार घड़ी को एक स्मारिका के रूप में हासिल किया गया था, जब लगभग 30 फ्रांसीसी सैनिकों ने बरगॉफ पर धावा बोल दिया था।
वहीं इस घड़ी की नीलामी की यहूदी नेताओं ने कड़ी निंदा की है। 34 यहूदी नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में इस घड़ी की बिक्री को ‘घृणित’ बताया गया है। उन्होंने कहा कि इस बिक्री से उन लोगों को मदद मिली है, जो आदर्श रूप से नाजी पार्टी के लिए खड़े थे। हालांकि ऑक्शन हाउस के अध्यक्ष बिल पैनागोपुलोस ने नीलामी का बचाव किया और कहा कि इस घड़ी को एक यूरोपीय यहूदी ने खरीदा है।
नीलामी घर ने कहा कि हिटलर की घड़ी की बिक्री का उद्देश्य इतिहास को संरक्षित करना था। सबसे अधिक बिकने वाली वस्तुओं को निजी संग्रह में रखा जाता है या होलोकॉस्ट संग्रहालयों को दान कर दिया जाता है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष मिंडी ग्रीनस्टीन ने कहा चाहे इतिहास अच्छा हो या बुरा इसे संरक्षित किया जाना चाहिए, अगर आप इतिहास को नष्ट करते हैं तो कोई सबूत नहीं बचेगा।