रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के केदारनाथ में शनिवार को एक बड़ा हादसा उस वक्त टल गया जब एक एयर एंबुलेंस हेलिकॉप्टर लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया। हादसे के वक्त हेलिकॉप्टर में तीन लोग सवार थे—पायलट, एक डॉक्टर और एक नर्स। गनीमत रही कि सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हेलिकॉप्टर ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से एक मरीज को लेने के लिए केदारनाथ पहुंचा था। लैंडिंग के समय हेलिकॉप्टर असंतुलित होकर अचानक जमीन से टकरा गया। शुरुआती जांच में बताया गया कि दुर्घटना हेलिकॉप्टर के पिछले हिस्से (टेल बूम) के टूटने से हुई। 
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह संजीवनी एयर एंबुलेंस सेवा का हेलिकॉप्टर था, जिसे एक मरीज को एयरलिफ्ट कर अस्पताल लाना था। हालांकि, तकनीकी खराबी के चलते हेलीपैड से कुछ ही दूरी पर उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। 
रुद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। लैंडिंग के दौरान एयर एंबुलेंस का पिछला हिस्सा टूट गया, जिससे हेलिकॉप्टर अचानक जमीन पर गिरा। हालांकि, पायलट ने समय रहते नियंत्रण बनाए रखा, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। हेलिकॉप्टर हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। डीजीसीए और राज्य सरकार की टीमें मौके पर पहुंचकर हादसे की विस्तृत जांच करेंगी।
गौरतलब है कि महज नौ दिन पहले उत्तरकाशी में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में छह लोगों की जान चली गई थी। ऐसे में यह हादसा फिर से सुरक्षा मानकों और हेलिकॉप्टर संचालन व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।