इस्‍लामाबाद । भारत के सरबजीत सिंह की कोट लखपत जेल में हत्‍या करने वाला अमीर सरफराज तांबा अभी जिंदा है और अंतिम सांसें ग‍िन रहा है। पाकिस्‍तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने आरोप लगाया कि तांबा पर हुए भीषण हमले के पीछे भारत का हाथ है। नकवी ने बिना किसी सबूत को जारी किए दावा किया कि सारे सबूत यह सं‍केत देते हैं कि लाहौर में हुए गन हमले में भारत शामिल है। इससे पहले खबर आई थी कि तांबा की मौत हो गई है लेकिन अब पाकिस्‍तानी पुलिस ने खुलासा किया है कि लश्‍कर से जुड़ा यह आतंकी अभी जिंदा है। हालांकि वह बुरी तरह से घायल है और उसका इलाज चल रहा है। लाहौर के पु‎लिस अ‎धिकारी ने स्थानीय अखबार को बताया कि तांबा अभी जिंदा है। तांबा लाहौर के इस्‍लामपुरा इलाके में रहता था और उस पर दो मास्‍क पहने लोगों ने हमला किया था। ये लोग उसके घर में घुस गए थे और फिर कई गोलियां मारी थीं। इसके बाद वे घटना स्‍थल से फरार हो गए थे। इस हमले मे भारत के शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पाकिस्‍तानी गृहमंत्री ने दावा किया ‎कि भारत पाकिस्‍तान के अंदर इस तरह के पहले के 2 से 4 घटनाओं में शामिल रहा है। इस बार भी सभी सबूत दिखा रहे हैं। जब तक जांच पूरी न हो जाए और ज्‍यादा कुछ कहना उचित नहीं है लेकिन पैटर्न ठीक उसी तरह है। इससे पहले मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की 2013 में यहां एक जेल के अंदर हत्या के आरोपी अमीर सरफराज तांबा की अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा हत्या किए जाने के एक दिन बाद पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना को नाटकीय मोड़ देते हुए दावा किया गया कि वह अब भी जीवित है। लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी सहयोगी तांबा पर यहां सनंत नगर स्थित उसके आवास पर मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हमला किया। लाहौर के एक वरिष्ठ पुलिस अ‎धिकारी ने स्थानीय अखबार को बताया कि तांबा अब भी जीवित है, लेकिन गंभीर रूप से घायल है। हालांकि, उनके बयान के बारे में लाहौर पुलिस के प्रवक्ता ने इस मामले को संवेदनशील बताते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि पु‎लिस अ‎धिकारी ने यह नहीं बताया कि अगर तांबा जीवित है तो उसे चिकित्सा उपचार के लिए कहां स्थानांतरित किया गया है।