मुंबई । महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार फरवरी का महीना नहीं देख पाएगी. कानून और संविधान के लिहाज से शिंदे गुट के 16 विधायकों की विधायकी अयोग्य ठहरा दी जाएगी. तब तक ये सरकार वेंटिलेटर पर है. सिर्फ ये वक्त को आगे खींच रहे हैं. जैसे ही वेंटिलेटर हटा यह सरकार गिर जाएगी. यह दावा शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने किया है. इस बीच चुनाव आयोग 12 जनवरी से शिवसेना के धनुष बाण चुनाव चिन्ह और पार्टी की पहचान पर दावे को लेकर सुनवाई करने जा रहा है. उधर संजय राउत के बयान पर बीजेपी के मुंबई अध्यक्ष आशिष शेलार ने कहा कि संविधान और कानून संजय राउत ने सामना के ऑफिस में लिखा है क्या? रोज एक पुड़िया छोड़ते रहते हैं. यही उनके पास एक काम रह गया है. ऐसा करके वे मीडिया में अपना स्पेस क्रिएट करते रहते हैं. शिंदे गुट के विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि जेल जाकर उनके दिमाग का संतुलन बिगड़ गया है. वे अपने दिमाग का चेकअप करवाएं. दरअसल संजय राउत महाराष्ट्र के नासिक में शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘तस्वीर धीरे-धीरे बदल रही है. महाराष्ट्र का राजनीतिक वातावरण बदलाव की दिशा में जा रहा है. 2024 की तैयारी शुरू है. लेकिन बदलाव उससे पहले ही हो सकता है. अगर हमारी न्याय व्यवस्था पर दबाव नहीं डाला गया तो यह सरकार फरवरी महीना नहीं देख पाएगी. न्याय व्यवस्था में दबाव काम करेगा ऐसा लगता नहीं.’ राउत ने कहा ‘इनके 16 विधायकों को अयोग्य ठहराना ही होगा वरना संविधान का अपमान होगा. ये सिर्फ समय गुजार रहे हैं. विपत्ति टाल रहे हैं. सरकार वेंटिलेटर पर है. सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही वेंटिलेटर निकाला तो इनका ‘हे राम’ हो जाएगा. कोई इनके साथ नहीं रह जाएगा. अब यह सरकार कब उलटती है. कब चुनाव के लिए जाने वाली है जनता इस इंतजार में है. विधानसभा सत्र में रोज एक मंत्री का भ्रष्टाचार सामने आ रहा था लेकिन यह सरकार गेंडे की खाल ओढ़ कर बैठी रही.’ संजय राउत ने कहा ‘शिवसेना एक महावृक्ष है. यह गुट वह गुट ये सब तत्काल की बातें हैं बेकार की बातें है. शिवसेना एक ही है. जिसका बीज बालासाहेब ठाकरे ने बोया था. आज इस पेड़ को उद्धव ठाकरे सींच रहे हैं. इससे जो कचरा गिरा वो सीएम शिंदे ने बटोर लिया. फिर नए पत्ते पनपेंगे.’