भोपाल ।    माह ए रमजान का 29वां रोजा मंगलवार को रखा गया। इसके बाद परंपरा के मुताबिक, ईद का चांद देखने की रस्म अदायगी हुई। हालांकि, राजधानी भोपाल के आसमान को पिछले कुछ दिनों से बादलों ने अपनी गिरफ्त में ले रखा है। चांद दिखने की तस्दीक प्रदेश के अन्य किसी और शहर से भी नहीं हो पाई, जिसके बाद काजी ए शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने ईद का त्योहार गुरुवार को मनाए जाने का एलान कर दिया। रुअते हिलाल कमेटी ने मंगलवार शाम को मोती मस्जिद में अपनी आमद दी। शाम को रोजा इफ्तार और मगरिब की नमाज अदा करने के बाद आसमान में चांद देखने की रस्म अदा की गई। लेकिन बादलों को मौजूदगी ने इसके दीदार नहीं होने दिए। कमेटी के मेंबर शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, शहर मुफ्ती अब्दुल कलाम खान कासमी और बाकी उलेमाओं ने प्रदेश और देश के अन्य शहरों में भी टेलीफोनिक संपर्क कर चांद दिखने की तस्दीक की। लेकिन इस दौरान कहीं से भी इसकी सूचना नहीं मिली, जिसके बाद शहर काजी ने ईद का त्योहार गुरुवार को मनाए जाने का एलान कर दिया।

बंदों ने कहा, एक रोजा और मिला

अकीदत के साथ पूरे महीने से रोजा रख रहे मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अल्लाह का शुक्र अदा किया। उन्होंने कहा कि चांद दिखाई न देने से अल्लाह ने उन्हें एक रोजा और रखने का मौका दे दिया है। पूरे भारत और जिन मुल्कों में कल ईद नहीं मनाई जाएगी, वहां के करोड़ों लोग एक दिन और रोजा रखकर अपनी अकीदत पेश कर सकेंगे। ईद का चांद दिखाई न देने के बाद अब लोगों के सामने बाकी बची तैयारियों को पूरा करने का टारगेट तय हो गया है। सैवय्य, शीर खुरमा, कपड़े आदि की खरीदी के लिए बाजारों में भीड़ उमड़ी हुई है।

पूरे देश में नहीं दिखा चांद

मंगलवार को ईद के चांद की तलाश की गई। लेकिन देश भर में कहीं भी चांद दिखाई नहीं दिया है, जिसके बाद ईद के त्यौहार के लिए गुरुवार 11 अप्रैल की तारीख तय कर दी गई है। पूरे भारत में इकलौता केरल ऐसा प्रदेश है, जहां 10 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी।