गंगा-जमुनी तहजीब के लिए यूपी में फेमस शाहजहांपुर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सब आपस में मिलकर रहते हैं. इस धरती को “शहीदों की नगरी” और “शिव नगरी” भी कहा जाता है. यहां कई पौराणिक धार्मिक स्थल हैं. उनमें से एक है पुवायां तहसील क्षेत्र के नत्थापुर गांव में 500 साल पुराना मस्ताना बाबा का स्थान. यहां दूर-दूर से भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. मान्यता है की मस्ताना बाबा सच्चे मन से आने वाले श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं.

स्थान के मुख्य सेवक बाबू शाह ने बताया कि जो श्रद्धालु यहां सच्चे मन से आकर बाबा के दरबार में आकर अर्जी लगाते हैं. बाबा उनकी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं. भक्त बाबा के दरबार में चिराग भी जलाते हैं. और बाबा के मजार पर चादरपोशी भी करते हैं. यह स्थान सैकड़ो साल पुराने बरगद के पेड़ों के बीच स्थित है.

गांठ लगाने से पूरी होती है मन्नत
बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालु बरगद के पेड़ में गांठ लगाकर अपनी अर्जी लगाते हैं. जब उनकी मनोकामनाओं को बाबा पूरा करते थे तो भक्त जाकर उस गांठ को खोलकर बाबा के दरबार में सरसों के तेल का चिराग जलाते हैं. सैकड़ों साल पुराने इस स्थान पर दूर-दूर से भक्तों का आना जाना लगा रहता है.

ज्येष्ठ महीने में लगता है भव्य मेला
मस्ताना बाबा के दरबार में लोग अपने बच्चों का मुंडन संस्कार करने के लिए आते हैं. इसके अलावा यहां हर साल ज्येष्ठ के महीने में भव्य मेले का आयोजन होता है. मेले में दूर-दूर से भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.