भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में हुए 19 48 लाख के गबन के मामले में एसआइटी ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर एक आरोपी कुमार मयंक को अहमदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। मयंक से पूछताछ के लिये कोर्ट ने उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर दिया है। बताया गया है कि आरोपी मयंक के खाते में मोटी रकम ट्रांसफर हुई है। जानकारी के अनुसार गांधीनगर थाना पुलिस से बीती 3 मार्च को आरजीपीवी के कुलसचिव डा. मोहन सेन ने लिखित शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि एक जनवरी 2017 से लेकर अब तक लगातार वित्तीय गड़बडी करते हुए विवि के विद्यार्थियों की एफडी की जमा 19 करोड़ रुपये से अधिक की रकम को जालसाजी कर हड़प लिया गया है। शिकायत के साथ प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों की जॉच के बाद पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार, तत्कालीन कुलसचिव आरएस राजपूत, वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा, मयंक कुमार, दलित संघ सोहागपुर व अन्य के खिलाफ धारा- 420, 467, 468, 120 (बी) एवं 7/13-एक (ए), 13(2), भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला कायम किया गया है। करोड़ो की रकम के गबन के मामले की छानबीन के लिए एसीपी बैरागढ़ अनिल शुक्ला के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया। इसमें टीम में आइएएस सोमेश मिश्रा, आरडीवीवी के कुलपति राजेश वर्मा सहित फाइनेंस के अधिकारी भी शामिल किए गए हैं। एसआइटी ने इस मामले में एक आरोपी मयंक कुमार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। बताया गया है की गबन के समय आरोपी मयंक कुमारर आरबीएल बैंक में काम कर रहा था। आरजीपीवी के खाते से मयंक के खाते में करोड़ों की रकम ट्रांसफर की गई थी। मयंक के साथ ही दलित संघ सोहागपुर के एकाउंट में भी करीब 10 करोड़ की रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस अफसरो का कहना है कि आगे की जॉच के दौरान सामने आये साक्ष्यो के आधार पर अन्य आरोपियो को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल टीम मयंक से लगातार पूछताछ कर रही है, जिसमें गबन को लेकर कई खुलासे हो सकते हे।