कुछ घंटों का वेट, फिर मध्य प्रदेश में मानसून की तूफानी एंट्री, 47 जिलों में बारिश का अलर्ट
भोपाल/उज्जैन: मानसून अब जल्द ही मध्य प्रदेश में दस्तक देने वाला है. तेज आंधी तूफान ने इसके संकेत दे दिए हैं. माना जा रहा है कि 16 जून तक मानसून मध्य प्रदेश में रफ्तार पकड़ लेगा, फिर पूरा प्रदेश बारिश से तरबरत हो जाएगा. मौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, सागर सहित 47 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान तेज आंधी और हवाएं चलेंगी. कई जिलों में बिजली गिरने की संभावना है.
उज्जैन में आंधी तूफान से ट्रेनें प्रभावित
इधर, उज्जैन जिले में शुक्रवार एवं शनिवार को तेज आंधी तूफान की वजह से दो ट्रनें प्रभावित हुईं तो वहीं, कई क्षेत्रीय लोगों का नुकसान भी इसमें हुआ. गनीमत रही की सभी सुरक्षित हैं. दरअसल तेज आंधी तूफान में शुक्रवार को बड़नगर तहसील क्षेत्र में घरों के टीन शेड हवा में उड़ते नजर आए और कई पेड़ भी गिरे.
ट्रैक पर गिरे पेड़
बड़नगर-इंदौर रेलवे ट्रैक पर एक पेड़ गिरने से महू जा रही पैसेंजर ट्रेन प्रभावित हुई. शनिवार को भी यही हालत रहे. उज्जैन के बेरछा और पीर अमरुद स्टेशन के बीच ट्रैक पर अचानक आंधी तूफान की वजह से एक पेड़ गिर गया. जिससे भोपाल-दाहोद ट्रेन क्रमांक 19340 को रोकना पड़ा. लगभग 1 घंटे की मशक्कत के बाद बीच ट्रैक से पेड़ हटवाया गया और इसी वजह से ट्रेन भी लेट हुई. आंधी तूफान की वजह से उज्जैन में यह दूसरा मामला था.
रतलाम रेल मंडल के PRO खेमराज मीणा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, ''आंधी तूफान की वजह से 2 दिन से पेड़ ट्रैक पर आ जाने से ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. हालांकि तत्काल ही रेलवे टीम, ग्रामीण और विद्युत विभाग की मदद से पेड़ों को हटवाकर लाइन को ठीक कर दिया गया. कुछ देर की जरूर देरी यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में हुई है.'' बता दें कि, उज्जैन जिले में दो दिनों से तेज आंधी तूफान के वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं. जिसमें साफ तौर पर ट्रैक पर ट्रेनों को खड़ा देखा जा सकता है. वही उड़ते चद्दर, गिरते पेड़, भागते दौड़ते जान बचाते लोग भी तस्वीरों में कैद नजर आ रहे हैं.
जरूरत होने पर ही निकलें धूप में
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार पटेल ने दो दिन पहले ही जानकारी देते हुए बताया था कि, ''बढ़ती धूप की तपन-लू से सावधानी एवं शरीर को मौसमी बीमारी से बचाव के लिए आमजन घर से बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी पियें. धूप में जाते समय सूती कपड़े पहने और सिर और कान को सूती कपड़े से ढंक कर रखें. धूप में घूमने वाले व्यक्ति नमक, शक्करयुक्त तरल पदार्थ या ओ.आर.एस. घोल का अधिक सेवन करें. नींबू पानी, आम की केरी का पना, शिकंजी या मट्ठा अधिक से अधिक पियें. भरपेट भोजन करके ही बाहर निकलें. हमेशा ताजा भोजन, फल और सब्जियों खायें. जरूरी हो तभी धूप में निकले.''