पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मोथाबाड़ी में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है. 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया

कोलकाता: मालदा जिले के मोथाबारी हिंसा को लेकर हाल ही में हुए तनाव के बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ईद-उल-फितर के अवसर पर कोलकाता में ईदगाह का दौरा किया.इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार दंगों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने राज्य में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि 'लाल' और 'गेरुआ' ने हाथ मिला लिया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार का केवल एक ही लक्ष्य है, दंगे रोकना.बनर्जी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी धर्मों के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए तैयार हैं. बहुमत का कर्तव्य अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है और अल्पसंख्यकों का कर्तव्य बहुसंख्यकों के साथ रहना है. हम किसी को दंगा नहीं करने देंगे. हमारी एक ही आवाज है, दंगे रोकना.
बीजेपी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर परोक्ष हमला करते हुए बनर्जी ने कहा कि दोनों पार्टियां एक दूसरे से मिली हुई हैं. उन्होंने कहा कि अराजकता आम लोग नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टियां पैदा करती हैं.बनर्जी ने कहा, 'हम धर्मनिरपेक्ष हैं. नवरात्रि चल रही है, मैं इसके लिए भी शुभकामनाएं देती हूं, लेकिन हम नहीं चाहते कि कोई अराजकता पैदा करे. आम लोग अराजकता पैदा नहीं करते, लेकिन राजनीतिक दल करते हैं. आज लाल और गेरुआ एक हो गया. इसे रहने दें. यह शर्म की बात है.उनकी यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबारी क्षेत्र में दो समूहों के बीच हिंसा भड़कने के बाद आई है, जहां 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 27 मार्च को हुई झड़पों के बाद तीन क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई थी.अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) कानून एवं व्यवस्था जावेद शमीम ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एएनआई से बात करते हुए एडीजी जावेद शमीम ने कहा कि मोथाबारी में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.अब तक 19 मामले दर्ज किए गए हैं और इस मामले में 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जल्द ही स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी. आज क्षेत्र में कोई हिंसा की घटना नहीं हुई है. भाजपा ने भी शुक्रवार को मोथाबारी (मालदा) घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.