म्यांमार और बैंकॉक में शुक्रवार को आए 7.7 की तीव्रता के भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है. अकेले म्यांमार में ही 1000 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है. वहीं 2000 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. मौतों का आकड़ा और बढ़ सकता है. वहीं थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में कम से कम 10 लोगों की मौत की खबर है. भूकंप का केंद्र म्यामांर की राजधानी नेपिटॉ से क़रीब ढाई सौ किलोमीटर दूर सैगाइंग शहर के पास जम़ीन के क़रीब 10 किलोमीटर नीचे था. 

म्यामांर की राजधानी नेपिटॉ के एक अस्पताल में हुई मौतें भी इसमें शामिल हैं. इस क्षेत्र के बड़े पैमाने पर हताहत होने की संभावना है. यहां के डॉक्टरों ने बताया कि भूकंप से मांडले में एक मस्जिद ढह गई, उस दौरान वहां काफी लोग मौजूद थे. उसी शहर में एक यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग में भी आग लग गई. 

अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे ने आशंका जताई है कि म्यांमार में भूकंप की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 10 हजार के पार हो सकता है. म्यामांर और बैंकॉक में भूकंप से कितना नुकसान हुआ है, इसका आधिकारिक आंकड़ा अब तक सामने नहीं आया है. लेकिन कई इमारतों के जमींदोज होते वीडियो सामने आए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नुकसान भी बड़ा ही हुआ है. भूकंप के बाद म्यांमार ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. जिसकी वजह से भूकंप से कई इलाकों में हुए नुकसान की जानकारी सामने नहीं आ पा रही है.

म्यांमार में आए भूकंप का असर 900 किलोमीटर दूर थाइलैंड के बैंकॉक तक में देखा गया, जहां कुछ इमारतें ज़मींदोज़ हो गईं. पुलिस और डॉक्टर्स ने बताया कि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत ढह गई, जिसमें 43 श्रमिक वहां फंस गए. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए फुटेज में देखा जा सकता है कि ये गगनचुंबी इमारत कुछ ही सेकंड में मलबे नें तब्दील हो गई. म्यांमार के सैगाईं शहर में इरावड़ी नदी पर बना 91 साल पुराना आवा ब्रिज भूकंप के झटकों से टूट गया. ये पुल ब्रिटिश दौर में बना था. इसके साथ ही राजधानी नेपिटॉ और मांडले शहर की कई ऊंची इमारतों को भी भारी नुकसान हुआ है. सैकड़ों घरों में दरारें आ चुकी हैं.