भारत में साल 2025 में वेंचर कैपिटल (वीसी) फंडिंग की शुरुआत अच्छी रही है। जनवरी और फरवरी के दौरान निवेश मूल्य में पिछले साल की तुलना में करीब 40 प्रतिशत की उछाल आई है, जो वैश्विक रुझानों से काफी आगे है। ग्लोबलडेटा की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। इसी अवधि के दौरान सौदों की मात्रा में भी 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो देश के नवाचार से संचालित स्टार्टअप तंत्र में निवेशकों के बढ़ते भरोसे को रेखांकित करता है।

देश में वेंचर कैपिटल की गतिविधि में यह उछाल ऐसे समय में आई है, जब वैश्विक सौदों की मात्रा में पिछले साल की तुलना में लगभग नौ प्रतिशत की कमी आई है, जबकि वैश्विक फंडिंग के मूल्य में तुलनात्मक रूप से सामान्य 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट के अनुसार भारत की इस मजबूती ने दुनिया भर के शीर्ष पांच वेंचर कैपिटल बाजारों में से एक बाजार के रूप में इसकी स्थिति को और मजबूत किया है। इसने साल 2025 की शुरुआत में कुल सौदों में करीब नौ प्रतिशत और वैश्विक फंडिंग के मूल्य में चार प्रतिशत से अधिक का योगदान किया है।

ग्लोबलडेटा के प्रमुख विश्लेषक ऑरोज्योति बोस ने कहा, ‘यह वृद्धि स्टार्टअप के फलते-फूलते पारिस्थितिकी तंत्र को दर्शाती है, जहां नवीन विचार तेजी से वेंचर कैपिटल फर्मों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मूल्य में यह बड़ा इजाफा न केवल निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, बल्कि सौदे के औसत आकार में भी वृद्धि को दर्शाता है।’ यह रफ्तार जारी रहने की संभावना की वजह से भारत की स्टार्टअप अर्थव्यवस्था वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत कर रही है।