बस्ती । सोनहा थाना क्षेत्र के कोठिला निवासी रामरतन पुत्र स्वर्गीय मुरली ने मुख्यमंत्री जिलाधिकारी के साथ ही पुलिस उच्चाधिकारियोें को भेजे पत्र में कहा है कि उनके वयोवृद्ध पिता मुरली को आवास दिलाने के बहाने परसाखुर्द दरियापुर जंगल निवासिनी श्रीमती राजमती पत्नी हृदयराम राजमती के पुत्र शैलेष और मिथलेश रजिस्ट्री कार्यालय भानपुर ले गये और लगभग 30 लाख रूपये की सम्पत्ति धोखे से श्रीमती राजमती के नाम करा लिया। रजिस्ट्री करने के कुछ दिन बाद भी मुरली की मौत हो गई। 30 मई 2019 को हुई रजिस्ट्री की जानकारी तब हुई जब रामरतन अपने खेत पर गये और शैलेष आदि ने बताया कि उनके पिता जमीन बेच चुके हैं। पत्र में कहा गया है कि रजिस्ट्री के अभिलेखों में 9 लाख रूपये देने की बात कहीं गई है किन्तु मुरली के परिजनों को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई। क्रेता राजमती ने विक्रेता में अपने पुत्र शैलेष का मोबाइल नम्बर दर्ज कराया है।   धोखाधड़ी की जानकारी होने पर मुरली के पुत्र रामरतन और रामजनक अपनी माता मैनादेवी के साथ सोनहा थाने पर जाकर लिखित तहरीर दिया किन्तु पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किया है। गाटा संख्या 996 रकबा 0.346 हेक्टेयर जमीन को धोखे से लिखवा लेने के मामले में दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई और रजिस्ट्री बैनामा निरस्त कर मुरली की पत्नी मैनादेवी के नाम कराये जाने का आग्रह किया है।