नई दिल्ली । केन्द्रीय मंत्री स्मृ‎ति ईरानी ने कहा है ‎कि मुस्लिम समुदाय का संरक्षक होने का दावा करने वाले गांधी परिवार को आंकड़ों का जवाब देना चाहिए। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार के मुस्लिम प्रेम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जो गांधी खानदान अपने आपको मुस्लिम समुदाय का संरक्षक बताता है उनसे यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि उनकी सरकार में भारत सरकार ने महज 12 हजार करोड़ रुपए का खर्च दिखाया था, जबकि पिछले नौ सालों के दौरान मोदी सरकार ने 31,450 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि इनके स्कॉलरशिप के लिए भी कांग्रेस सरकार ने केवल 860 करोड़ रुपये का आवंटन किया था, जबकि मोदी सरकार ने 2,691 करोड़ रुपये ‎दिए है। केंद्रीय मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह आकंड़े अपने आप में कांग्रेस की सच्चाई बताते हैं।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान वाले बयान को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि क्या सिखों का नरसंहार करना, सेंगोल का अपमान करना, अपनी ही संसद का बहिष्कार करना, राजस्थान में महिलाओं का अपहरण, भारत को तोड़ने वाले लोगों के साथ खड़े होना, भारत के बाहर जाकर अपने ही लोकतंत्र के खिलाफ खड़े होना मोहब्बत है? उन्होंने कहा कि यह कैसी मोहब्बत है जो देश से नहीं बल्कि अपनी पॉलिटिकल सियासत से है। स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व हमारे देश के लोकतंत्र पर चोट करने के लिए बाहरी ताकतों का इस्तेमाल कर रहा है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस के नेताओं की इस प्रकार की गतिविधियों का बढ़ना आपने आप में इस बात का संकेत है कि कांग्रेस सत्ता की भूख में अपने ही देश की लोकतांत्रिक प्रणाली पर चोट करने को आमादा है, आखिर गांधी खानदान इतना असहाय क्यों हैं? विपक्षी नेताओं की ‎बिहार में होने वाली बैठक पर कटाक्ष करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि वे लोग जो एक दूसरे में सहारा ढूंढ रहे हैं, जो खुद अपने पैरों पर खड़े होने में विफल है, वे लोग जहां एकत्रित होने वाले हैं वहीं पर 1750 करोड़ रुपये का एक पूरा का पूरा ढांचा (पुल) पानी में बह गया, उन लोगों के अरमान भी उसी प्रकार से 2024 वाले चुनाव में बह जाएंगे।