अटलांटिक सागर में पांच लाख स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में फैले बरमूडा ट्रायंगल के बारे में तो हम जानते हैं। ट्रायंगल आकार की इस रहस्यमयी जगह पर सैकड़ों जहाज और विमान लापता हो चुके हैं। कहा जाता है कि यहां से होकर गुजरने वाले जहाज अपने आप गिर जाते हैं और समंदर में समा जाते हैं। आज तक जो भी इसके आसपास गया है वह वापस नहीं लौट सका है। हैरान करने वाली बात ये है कि आज तक इसके पीछे के कारण के बारे में भी पता नहीं लगाया जा सका है। इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसी ही रहस्यमयी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे भारत का बरमूडा ट्रायंगल भी कहा जाता है। इस जगह को दूसरे बरमूडा ट्रायंगल के नाम से भी जाना जाता है। यहां से वापस लौट कर आना नामुमकिन है।

शांगरी ला घाटी

यह खतरनाक और रहस्यमयी जगह तिब्बत और अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर मौजूद है, जिसका नाम है 'शांगरी ला घाटी'। इस घाटी के रहस्यों के बारे में आज तक पता नहीं लगाया जा सका है। बताया जाता है कि इस खतरनाक जगह पर अगर कोई जाता है तो उसका वापस लौटना नामुमकिन होता है।इस रहस्यमयी घाटी को कई लोग दूसरी दुनिया बताते हैं। तिब्बती साधक भी इसके बारे में कुछ यही मान्यता रखते हैं।

लोक कथाओं के मुताबिक, ये जगह बेहद पवित्र है, लेकिन इस बात को जांचने के लिए कोई यहां जाने की कोशिश नहीं करता है। मान्यता है कि वहां जाने के बाद वस्तु या व्यक्ति का अस्तित्व इस दुनिया से गायब हो जाता है।साहित्यकारों ने भी अपनी किताब में तिब्बत की इस रहस्यमय घाटी का विस्तार से जिक्र किया है। किताब में लिखा गया है कि यह एक ऐसी जगह है जहां कोई गलती से भी चला जाए तो उसका वापस लौटना लगभग नामुमकिन होता है। माना जाता है कि इस घाटी पर समय रुक जाता है। यही कारण है कि इस घाटी के ऊपर से कोई हवाई जहाज भी नहीं गुजरता है।
 
तिब्बती विद्वान युत्सुंग की मानें तो इस घाटी का संबंध किसी और लोक से है। युत्सुंग खुद वहां जाने का दावा करते हैं। उन्होंने बताया कि वहां उन्हें ना सूर्य का प्रकाश मिला और ना चन्द्रमा की रौशनी। चारों ओर केवल एक अजीब सा दुधिया प्रकाश फैला था और एक अलग तरह की खामोशी पसरी थी।