भोपाल। कोलार थाना पुलिस ने एक चार्टेट अकाउंटेंट की शिकायत पर जालसाज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला कायम किया है। आरोप है कि शातिर ने फरियादी को किसी और की कृषि भूमि को आवासीय प्लाट बताकर सौदा करते हुए उनसे 10 लाख रुपए एडवांस ले लिए और गायब हो गया। शिकायत की जॉच में सामने आया की जालसाज आरोपी इंदौर का निगरानी बदमाश है, और इन दिनों नारकोटिक्स के एक मामले में इंदौर जेल में बंद है। 
पुलिस के अनुसार फरियादी अंकुर दुबे ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया की वह नई जेल रोड पर रहते है, और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। एक मई 2018 को उन्होंने मेहमूद खॉन नामक व्यक्ति से गेहूंखेड़ा कोलार में 15 सौ वर्गफिट के एक प्लाट कार सौदा  किया था मेहमूद ने उन्हें बताया था कि यह प्लाट नेहा शर्मा का है, और नेहा शर्मा ने उन्हें पावर ऑफ अटार्नी देकर प्लाट बेचने का अधिकार दिया हुआ है। प्लाट पंसद आने पर सौदा तय कर फरियादी अंकुर दुबे ने एग्रीमेंट करते हुए मेहमूद खान एक बार पांच लाख और फिर दो बार में ढाई-ढाई लाख की रकम एडवांस दे दी। शेष दस लाख की रकम रजिस्ट्री होने के बाद देने की बात तय हुई थी। तय समय पर जब अंकुर दुबे रजिस्ट्री कराने पहुंचे लेकिन मेहमूद नहीं पहुंचा और उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। शक होने पर जब वो अपने स्तर पर छानबीन करते हुए नेहा शर्मा नामक महिला तक पहुंचे तब नेहा शर्मा ने उन्हें बताया कि वह किसी मेहमूद नाम के व्यक्ति को जानती ही नहीं है, और न ही उन्होंने किसी को पावर ऑफ अटार्नी दी है। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचे। शिकायत की जॉच के बाद कोलार पुलिस आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।