सागर ।    सागर में फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक में काम करने वाले दो कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों एवं बैंक से साढ़े 19 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने पर बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक संजय दूबे ने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। दोनों कर्मचारी मनीष दूबे और मोनू सेन ने गरीब समूह महिलाओं की माइक्रो फाइनेंस लोन किस्त खाता फोर क्लोजर के नाम पर धोखाधड़ी की। फर्जी यूपीआई आईडी बनाकर राशि का गबन किया। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाशी में जुट गई है। पुलिस थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार, शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सामने संचालित फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखा देवरी में कार्यरत मनीष दूबे एवं मोनू सेन के विरूध धारा-409, 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक संजय दूबे ने पुलिस थाना देवरी में आवेदन दिया है कि डिप्टी ऑफिसर रूरल फाइनेंस लोन फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखा देवरी कार्यरत मोनू सेन पिता मुन्ना सेन निवासी ग्राम मुर्गा दरारिया चुनौआ बुजुर्ग तहसील गढ़ाकोटा ने अलग-अलग ग्राहकों की एफटीओडी/ओडी, लोन किश्त, फोर क्लोजर व आरडी खाता में 2,73,660 धोखाधड़ी कर ग्राहक के रुपये गबन करना पाया गया। मोनू सेन ने 14 ग्राहकों से FTOD/OD के रूप में 1,18,573 प्राप्त कर लिए और बैंक में जमा नहीं की। बैंक को संदेह न हो, इसलिए तीन ग्राहकों की FTOD/OD कुल राशि 4,891 बैंक में जमा कर दी और शेष राशि 1,13,782 रुपये हड़प ली। इसी तरह आरोपित मोनू सेन 24 ग्राहकों से 262 किस्तों के 53,200 बगैर रसीद दिए प्राप्त कर लिए और बैंक को संदेह न हो इसलिए पांच ग्राहकों की आरडी किस्त के जमा कर दिए और शेष राशि 44,200 हड़प ली।

इसके अलावा 1,54,256 से ग्राहकों वसूल लिए और बैंक को संदेह न हो इसलिए कर ग्राहकों के खाते में 26,240 जमा कर दिए। इस तरह आरोपियों ने 1,09,998 की धोखाधड़ी की। इसके अलावा 11 ग्राहकों से एडवांस ईएमआई के 18,800 वसूल कर लिए और बैंक में जमा नहीं किए। आरोपित मनीष दूबे ने नवंबर 2021 से अगस्त 2023 तक कंपनी में लाखों रुपये की गड़बड़ी की है, जिसमें 19 ग्राहकों से उनके खातों को फोर क्लोजर करने के लिए नकद और फोन-पे के माध्यम से 3,32,768 रुपये प्राप्त कर हड़प लिए। 48 ग्राहकों को दोबारा लोन देने की कार्रवाई की गई और उक्त कार्रवाई में सही मोबाइल नंबर ग्राहकों के दर्ज न करके अपना नंबर मोबाइल नंबर दर्ज कर ग्राहकों को लोन स्वीकृत कर दिया, जिसकी जानकारी ग्राहकों को भी नहीं हुई। इसके अलावा 48 ग्राहकों की लोन खाते में एटीएमकार्ड, एईपीएस, यूपीआई के माध्यम से 13,57,483 रुपये निकाल कर स्वयं हड़प लिए। 36 ग्राहकों से लोन किशतों के 5,42,115 वसूल कर लिए और ग्राहकों को रसीद नहीं दी एवं बैंक में भी उक्त राशि जमा नहीं की। इस तरह कुल 103 ग्राहकों के 22 लाख 32,366 हड़प लिए।  धोखाधड़ी को छुपाने के लिए ग्राहकों की खाते में 17,00,135 रुपये जमा कर दिए। शेष 20 लाख 62,231 रुपये की धोखाधड़ी की गई। जब बैंक अधिकारियों ने मनीष दूबे पर राशि जमा करने का दबाव बनाया तब मनीष ने 3,90,000 बैंक के खाते में जमा किए। इस तरह मनीष ने बैंक के साथ 16 लाख 7,231 रुपये की धोखाधड़ी की। बैंक के डिप्टी मैनेजर मनीष दूबे एवं मोनू सेन ने ग्राहकों एवं बैंक के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत की जांच के बाद पुलिस थाना देवरी में फिर दर्ज कराई है।