भोपाल ।   शहर के परवलिया थाना क्षेत्र के तारासेवनियां में अवैध आंचल बालगृह का संचालन विदेशी फंड से होने की आशंका है। संस्था भी किसी तरह का कोई कर जमा नहीं कर रही थी। लगभग दो करोड़ की लागत से बालगृह की बिल्डिंग को बनाया गया है। पूरे मामले की जांच करने के लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तीन अलग-अलग कमेटियां गठित की हैं। इन कमेटियों ने जांच शुरू कर दी है। कलेक्टर का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की जांच में यह बालगृह अवैध रूप से संचालित पाया गया। इसमें मौजूद रिकार्ड में जितनी बच्चियों की संख्या यहां दर्ज पाई गई, उसमें से करीब 20 से ज्यादा बच्चियों की उपस्थित मौके पर नहीं पाई गई। ऐसे में, आयोग ने पूरे मामले की जांच के लिए प्रशासन को लिखा था। इसके बाद ही जांच कमेटियों का गठन किया गया है। एडीएम हरेंद्र नारायण की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने बालगृह पहुंचकर जांच की और वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। कमेटी की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि बालगृह की बिल्डिंग के निर्माण में आई दो करोड़ का इंतजाम विदेशी फंड से किया गया। जांच में इसकी पुष्टि की जा रही है।

यहां छात्रावास और कुछ बड़े-बड़े हाल बने हैं। कमरों में छह-छह पलंग लगाए गए हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि संस्था द्वारा शहर में अन्य जगहों पर भी इस तरह के छात्रवास चलाए जा रहे हैं। जांच कमेटी के सदस्यों ने यहां की उन बच्चियों से बातचीत की है, जिन्हें अन्य बालगृह में शिफ्ट किया गया है। उनके बयान में भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि अवैध बालगृह मामले की जांच के लिए कमेटियां बनाई गई हैं। यह कमेटी विदेशी फंडिंग, आय-व्यय, खाते के लेनदेन, भूमि, अवैध निर्माण सहित बच्चियों से बातचीत आदि पहलुओं की जांच करेंगी। कमेटी तीन से चार दिन में अपनी समग्र रिपोर्ट बनाकर सौंपेंगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।