फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को झांसा देकर रुपये मांगने के मामले तेजी से सामने आने लगे
भोपाल । प्रदेश में एक बार फिर फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को झांसा देकर रुपये मांगने के मामले तेजी से सामने आने लगे हैं। इस बार आनलाइन ठगों ने अपना तरीका भी बदल लिया है। पहले ठग पुलिस, सामाजिक और प्रशासनिक जगत के नामचीन लोगों के फोटो लगाकर इंटरनेट मीडिया पर फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर उनके दोस्तों को संदेश भेजकर ठगी करते थे, लेकिन कुछ दिन में उनका भेज खुल जाता था। अब आनलाइन ठग महिलाओं के नाम से फेक आइडी बनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। फेक आइडी के लिए वे ऐसी महिलाओं को चुनते हैं, जो गृहणी है और अपना फेसबुक पेज कई दिनों तक खोलती तक नही हैं। उनकी फेक आइडी तैयार कर वह उनकी मित्र सूची में शामिल महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। बीते दो माह में ऐसी 40 के करीब शिकायतें साइबर क्राइम के पास पहुंची हैं। पुलिस ने इन महिलाओं के फेक अकाउंट बंद कराते हुए जांच शुरू कर दी है।
ग्रामीण और सामान्य महिलाएं आसान शिकार
साइबर अपराध के विशेषज्ञ संदीप तिवारी ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम फेसबुक पर सामान्य महिलाओं की सक्रियता बढ़ गई है। ग्रामीण महिलाएं भी अपना फेसबुक आइडी बना रही हैं। इसका फायदा ये आनलाइन ठग उठा रहे हैं। वे ऐसी महिलाओं के फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों को बेटे की बीमारी या अन्य तरह की आपात जरूरत का संदेश भेजकर पांच-दस हजार रुपये की मांग करते हैं। कुछ महिलाओं ने झांसे में आकर रुपये भी दे दिए और बाद में इसका पता चला। चौंकाने वाली बात यह है कि जिनकी फेक आइडी बनाई गई, उनको पता ही नहीं कि उनके नाम पर ठगी की जा रही है। पता चलने के बाद उन्होंने पुलिस की साइबर सेल में शिकायत की है।
पुलिस क्या करती है शिकायत पर
शिकायत आने पर पुलिस उन महिलाओं के फर्जी आइडी को बंद कराने के लिए फेसबुक को मेल करती है और दो से तीन दिन में उस आइडी को बंद करा दिया जाता है और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। फेक आइडी बनाने वाले की गिरफ्तारी नहीं हो पाती है। हम बता दें कि अभी तक डीआइजी सचिन अतुलकर समेत एसपी ईओडल्यू और डीएसपी तक की फेक आइडी बनाने के मामले सामने आ चुके हैं। इसमें सचिन अतुलकर की फेक आइडी बनाकर ठगी करने वाले आरोपित को पुलिस सतना से गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी मामले जांच में हैं। डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि जिन मामलों में फेक आइडी की शिकायत मिली है, उन पर जांच जारी है।
बरतें ये सावधानियां
- अपने फेसबुक अकाउंट को हमेशा लाक करके रखे।
- अनजान व्यक्ति का मैत्री निवेदन स्वीकार नहीं करें।
- ऐसे व्यक्ति से आनलाइन संवाद करने से बचें।
- अगर किसी परिचित की आइडी से बीमारी या अन्य किसी कारण से आपसे रुपये मांगे जाते हैं तो पहले उसकी सत्यता जांच लें।
- यदि कोई आपकी फेक आइडी बनाए तो साइबर क्राइम के नंबर 9479990636 और 1930 पर तुरंत इसकी शिकायत करें।
- आनलाइन राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत कर सकते हैं।